है!परमेश्वर सहनशीलता दे दें मुझको, कांटों के बदले फूल भेंट करू उनको। सहन कर लूं जमाने के दुर्व्यवहार को, सदैव अपनाता रहूं,मै सद्व्यवहार को। नजर अंदाज करता रहूं बुरे बर्ताव को, सह जाऊं क्रौध से दहकते संताप को। हो ना कोई बुरा कर्म जीवन में मुझसे, मांग रहा अनभिज्ञ ज्ञान का वर तुमसे। JP lodhi 06/09/2020 #heartfeeling #Nojoto #Nojotohindi #Nojotoorigenal #Nojotonews #Nojotofilms #Poetry