उन्होने कुछ इस कद्र सम्भाला अपनी ज़ुल्फो दो उंगलियों से ये देख कर मेरा दिल बहक गया यह देख कर दिल जो बहका फिर सम्भल न सका दिल को संभालने के लिये मैंने अपनी नज़र को दूसरी तरफ घुमा लिया लेकिन नज़र भी उनको देखने के लिए तड़पती रही अभी सिर्फ दिल ही बहका था अब तो नज़र भी बहक गई उन्होने कुछ इस कद्र सम्भाला अपनी ज़ुल्फो दो उंगलियों से #psp_की_कविता #poetry_of_psp