हार नहीं मानती ज़िन्दगी काल कवलित होकर भी संचार मांगती है ज़िन्दगी प्रकृति के संसाधनों में से संसार मांगती है ज़िन्दगी स्वबोध सरोकार ज़िन्दगी अनुक्रम विवश होकर भी परम् अभ्युदय है ज़िन्दगी फल प्रतिफल श्रेणी में से धरम का उदय है ज़िन्दगी अनुलोम विलोम रुकता नहीं। धन्यवाद SIS #शैली #anjalijain सुप्रभात। जब ज़िन्दगी हार नहीं मानती तो हम कैसे हार मान जाएँ। #हारनहींमानती #collab #YourQuoteAndMine