ख़ूबसूरती के मायने दुनियां में सबके लिए अलग-अलग होते हैं। ख़ूबसूरती सिर्फ एक दृष्टिकोण है सबके अपने ही नजरिये होते हैं। नारी की ख़ूबसूरती उसकी सहनशीलता व त्याग में दिखाई देती है। नर की ख़ूबसूरती उसके पौरुष वह स्वाभाव से झलकने लगती है। अबोध बालक की ख़ूबसूरती उसकी निश्छल मुस्कान में होती है। जिंदगी की ख़ूबसूरती प्रेम में और मृत्यु की जीवन में ही होती है। ख़ूबसूरत दिल संग में हो तो ख़ूबसूरती में चार चांद लग जाते है। ख़ूबसूरती सिर्फ तन की नहीं सभी को मन की भी देखनी चाहिए। 🎀 Challenge-445 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 इस विषय को अपने शब्दों से सजाइए। 🎀 रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। 🎀 अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।