भले ही हमें पसंद नहीं है बातों का हिसाब रखना , पर जानते हैं उछाले गए हर पत्थर का जवाब रखना। खामोशियों को लेकर अफवाह बहुत है खामोशियां कभी-२ ताकत भी हो सकती हैं! हर बात पर सौ बात कहने वाले समझ लें, अन्याय पर ख़ामोशी की कीमत भी होती है। सुबह सुबह की राम राम 🙏🙏