चलो आज लफ़्ज़ों से थोड़ा खेलते हैं, शब्दों का बना के घेरा, उनको घेरते हैं, रहता है हर्फ़ ना जाने किस वहम में, ग़म पर तकलीफ़ का हाथ फेरते हैं! #गम़ #दुख #लफ़्ज़ों #शब्द #हर्फ