दिल को दर्द ऐसा मिला जिसका शायद कोई दवा नहीं तुम तो मेरे बहुत करीब हो न लेकिन मेरे जख्मों का मरहम नहीं फ़लसफ़ा कैसा है यहां मैं तो तेरी हूं पर तू मेरा नहीं बहुत मुश्किल है न तेरे दिल का हिस्सा बनना तुझे करीब से समझ पाना तो मंजूर है मुझे अपने लकीरों से लड़ना ढूंढ़ती हूं तुझे मैं अपने तन्हाइयों में मैं तो तेरी हूं पर तू मेरा नहीं बहुत यादों को संभाल रही हूं मैं कब क्या हो किसने जाना अभी वक़्त मेरा है तो जी रही हूं तेरे एहसासों में चाहत मेरा दिल रखता है तुमसे क्यूं तेरी यादों में जा कर रो देती हूं मैं तो तेरी हूं पर तू मेरा नहीं - M k जुड़ने लगी हूं मैं तुमसे शायद ख्वाबों में लड़ रही मैं शायद अपनी तन्हाइयों से ख़ुद को बदल दिया अगर मैंने भूल जाओगे तुम इश्क़ का नाम लेना अपने जुबां पर,,,,,,,,,,,,,❤️🌷🌷🌷❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️🌷🌷🌷🌷❤️❤️❤️❤️❤️❤️🌷🌷🌷❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️🌷🌷🌷🌷❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷❤️❤️❤️🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷❤️❤️❤️🌷🌷❤️❤️❤️🌷❤️❤️❤️❤️❤️🌷🌷🌷❤️ #manshikashyap #imagination #armanmalik #sad #yqbaba #yqdidi #yqquotes #love