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आज वो पचपन के दिन बोहोत याद आ रहा है जब दोस्तो के

आज वो पचपन  के दिन
बोहोत याद आ रहा है
जब दोस्तो के साथ वो
गिल्ली दन्द्दा खेलना
और खेल के गीर जाना
फिर ममी के पास जाना
फिर ममी की डांत खाना
फिर पापा के पास जाना
यु जबरन का ईतराना
रोना गाना रो के पापा को दिखाना
फिर वो पापा  के
1 रुपय देके कुप्प कराना 
आज वो दिन बोहोत 
याद आ रहे है Payal Singh Astha Singh Namita Suprabha Supriya Pandey
आज वो पचपन  के दिन
बोहोत याद आ रहा है
जब दोस्तो के साथ वो
गिल्ली दन्द्दा खेलना
और खेल के गीर जाना
फिर ममी के पास जाना
फिर ममी की डांत खाना
फिर पापा के पास जाना
यु जबरन का ईतराना
रोना गाना रो के पापा को दिखाना
फिर वो पापा  के
1 रुपय देके कुप्प कराना 
आज वो दिन बोहोत 
याद आ रहे है Payal Singh Astha Singh Namita Suprabha Supriya Pandey