कर्मों की गठरी तू बांध कर चल, धैर्य का हुनर भी तू तान कर चल, भाग्य की लकीरों से लड़ता चल, हार-जीत का स्वाद चखता चल, इंसान बन इंसानियत निभाता चल, किसी रोते हुए को मुस्कान देता चल, राहों में आये कंटकों को हटाता चल, तू खुद ही खुदका सहारा बनता चल। -Vimla Choudhary 02/10/2021 ©vks Siyag #karmabeliver #Lifelight #motivationalpoetry #positivevibes #trustyourself🖤 #HindiPoem #nojotohindi #HarJeet