कुछ वाकिये इस ज़िन्दगी में कुछ इस कदर से हो गए 'रुद्र' की, मील गए कुछ इंसान और वो महोब्बत जता कर ज़िन्दगी बन गए! - जय त्रिवेदी ("रुद्र") #वाकिये