मै दर्शन को अभिलाषी, गुरु के चरण मे सत -सत गिरे मै जाऊ,मुझको ना कोई घमंड को ना सी, चले जो युग मे पारदर्शिता और मन मे प्रेम और सदगुणो को लेकर, वन्दे विष्णु ऐसे हो तुम गरुवर मेरे, करत परिक्रमा पृथ्वी जैसे वैसी मेरी इच्छा,मुझको कोई थकान को ना सी, गुरु को करू सत सत नमन, मै शिष्य आपके दर्शन को अभिलाषी🙏🙏🙏🙏 ©Siui T-hesumegh #guruvarmere #guru