विरक्त हृदय को आसक्त कर दे जो मैं हूँ, वो वनिता..! जरा अनाड़ी हूँ, नहीं बनावटी नाम मेरा, हर ख़ुशी को दिल से जीए जो मैं हूँ, वो अनिता..! सबके जीवन का तमस हर ले जो बनना चाहूँ, मैं वो सविता..! नफ़रत की दुर्गंध न आए मुझमें स्नेह नीर से भरपूर बहती रहे हमेशा जो, बन जाऊँ, मैं वो सरिता..! स्याही और कलम से परे प्रेमरस से भरी, दिलों पर छपी हो जो, बन जाऊँ, मैं वो कविता..! वनिता - प्रेमिका, अनिता -सरल,नई खुशी को जीने वाली,सविता - सूर्य एक सवाल जिसका जवाब वही जानता है जिसने अपने वजूद को महसूस किया हो। #मैंहूँ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqhindi #yqhindiurdu #bestyqhindiquotes