जितना मुझे जानने लगोगे उतना ही और मुझमे उलझते जाओगे जितना मुझसे नफरत करोगे उतना ही मुझे प्यार करते जाओगे जितना मुझे भूलने की कोशिश करोगे उतना ही मुझे याद करते रहोगे जितना मुझसे दूर जाने की कोशिश करोगे उतना ही मुझे अपने पास पाओगे जितना मुझे खोजोगे उतना ही मुझे आंखों के सामने पाओगे जितना मुझे प्यार करोगे उतना ही मुझे अपने दिल में बसाओगे ©Aditya Bhide AB's Poem #Sun