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आँखों से ओझल हो गया, टूटा हुआ कोई तारा था उसे तरास

आँखों से ओझल हो गया, टूटा हुआ कोई तारा था उसे तरासा ऐसा की हीरा बना दिया 

अब वही कहते है मुझको खरीदने की

 तेरी अवकात नहीं 
by-Mahendra mujhko khareedne ki Teri aukat nhi
आँखों से ओझल हो गया, टूटा हुआ कोई तारा था उसे तरासा ऐसा की हीरा बना दिया 

अब वही कहते है मुझको खरीदने की

 तेरी अवकात नहीं 
by-Mahendra mujhko khareedne ki Teri aukat nhi
rahuldev4588

Rahul dev

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