(अंदर बसा एक छोटा बच्चा) देखें माँ एक नजर मुस्कान आ जाए, साथ माँ होने में खुशीयां हजार छा जाए, बेचैनी हटे देख माँ को दिनभर की कथा सुनाए, अंदर बसा एक छोटा बच्चा जो ढूँढे हर पल, माँ को| माँ साथ उसके ख्यालों पर समा बांध बनाए, राह की धूप में छाँव सी ममता ला छा जाए, वो जान अनजाने सच्च कहे बस तके एक को, अंदर बसा एक छोटा बच्चा जो ढूँढे हर पल, माँ को| पीडा हरे तन, मन की आदत ही बन जाए, हर खुशी में शामिल गम, तक न छू पाए, माँ प्रतित ज्योति की कण कण उजयाये, अंदर बसा एक छोटा बच्चा जो ढूँढे हर पल, माँ को| MOHIT BHATT #Mom #Hindi #writer #Trending #New #poem #Nojoto #Trending ng #New