#अलविदा_मुंबई पदौन्नती लेकर आया मैं, सब खाली खाली सा था,, मैं एक खिला फुल, छूटा घर मेरा माली सा था,, मुंबई में पहली बारिश की खुशी,, शाखा में भरे पानी के आगे झुक न सकी,,, नई जगह, नए लोग, नया मंजर देख,, माथे की शिकन मेरी रुक न सकी।। साथियों ने सिखाया,, जरूरत पर साथ निभाया,, किसी ने कोई लम्हा सजाया,, तो सबने अपना समझ कर खूब हंसाया,, खट्टे मीठे सारे अनुभव,, संग आपके मैने बहोत कुछ सीखा है,, तय होता है आना जाना, पर जाने से पहले कौन खुश दिखा है,, पुराने तरीके बीत चले,, अब नए तौर आएंगे,, छोटा सा सफर था मेरा,, अब लंबे दौर आएंगे,, खुशी के साथ,, गम अगर हो,, हर किसी को खलता है,, वक्त है ये, जरूर बदलता है, और जैसा भी हो सब चलता है,, Farewell From...