क्या हुआ अगर हम एक दिन में हजार लोगो का पेट नहीं भर सकते, हजार लोगो को भंडारा नहीं खिला सकते पर जो हमारे बस में है उन हजार चीटियों का तो हम हर रोज भंडारा कर सकते और ईश्वर कृपा प्राप्त कर सकते,और इससे जो खुशी मिलती वो बाजार में नही बिकती। ©Prerna Rathore सच्चा भंडारा चाहो तो रोज है।