White तुझे देख एक नज़र को वो झलक देखना बस था चाहा जाने दुं तेरे ख्यालों को पर सोचना तुझे बेशक था पहले जागते तारों को गिनने को फिर इंतज़ार में तेरा बीतता वक़्त था तुझे देख एक नज़र को वो झलक देखना बस था नज़रें मिली दिल की नब्ज़ बढ़ाने को यहीं हाल था मेरा यही हाल रहा पोरों को छुते छुते उंगलियों में उलझने को यही दिल चाहता था चाहता रहा। तुझे देख एक नज़र को वो झलक देखना बस था हर वक्त बैचेन तुझे देखने को आंखों का तुझपे ही पयाम था सोचा रफ्ता रफ्ता भूलूंगी तुझको मिलने पर मुस्कुराना उसका सारे आम था तुझे देख एक नज़र को वो झलक देखना बस था मिला तू मुझे मुकम्मल करने को तेरे संग जो वक्त बिताता रहा रक्स था वो बस कहने को जो मैं था वो कहां मैं रहा। तुझे देख एक नज़र को वो झलक देखना बस था ©Deeksha shah Beginning ♥️ #poem #Poetry #New