कुछ लडके जो खुद्को मर्द समझते है। बातें अण्णा पे लगे तो उसको दर्द समझते है, जो मर्दानगी कमरे मे दिखते है, और खुद्को हमदर्द समझते है, अरे वो क्या समझेंगे तुम्हारे इश्क़ मोहबात की बातें, जो गर्मी को भी सर्द समझते है। जब तक मतलब है उसे तुम्हारे साथ सोने से, वो रोयेगा तुम्हारे रोने से, वो डरेगा तुम्हारे होने ना होने से, मगर ज्यू मक्सद पुरा हुआ उसका, उसे फर्क भी नही पडेगा तम्हे खोने से, तो कयु रोती हो उसके इन्तज़ार में आज भी, तु उसकी रह कर इश्क़ दिखा रही हैं, वो हर्र किसी का हैं बाज़ार में आज भी, जो कभी तुमसे वफा निभाने का वादा किया था उसने, देख जरा येह मर्द है इंकार मे आज भी। रिया साहा #fakemale #alone #b