जिंदगी लाख कोशिशें कर लो सुलझाने की, पर उलझती हीं चली जाएगी , जिंदगी एक पहेली है, जो कभी समझ नहीं आएगी | कभी दर्द से भरी, तो कभी खुशियों के सहारे खड़ी, कभी हार गयी बिना लड़े, तो कभी डटकर है लड़ी | कभी हिम्मत ऐसे देती, मानों पर्वतो के भाँति हो अडिग, कभी बिखरे ऐसे मानों, बांधते न बाँध पाये कोई | किसी मोड़ पर है शोर करती, तो कहीं सन्नाटों से भरी, हर एक मोड़ पर मानो खेल रही हो, शतरंजी खेल खड़ी-खड़ी | राहें न आसान है इसकी, जैसे चाहे वैसे घुमाएं, यही जिंदगी है जनाब, जज़्बातों से बस खेलता जाए || ........... ©अपनी कलम से #stilllife Santosh Narwar Aligarh (9058141336) hindi poetry on life poetry quotes Hinduism Extraterrestrial life urdu poetry