मैत्री भाव जगत में मेरा, सब जीवों से नित्य रहे, दीन-दुखी जीवों पर मेरे, उर से करुणा स्रोत बहे। Ankitaa Bal Samriddhi "সমৃদ্ধি" Gargi Bagchi Muskan Sharma Lovely Kumari