काश! बारिश में भी तुम मेरे अश्क़ देख पाते, मेरी ख़ामोशी की भी तुम आवाज़ बन पाते, ... ... ... तो शायद नज़दीकियों में फ़ासले ही न होते। ©Juhi Grover #shaadi #अश्क़