उम्मीद अकसर दर्द देती है। गीले शिकवे अकसर रिस्ते कमजोर कर देते है, हाँलाकि सोचा भी कई बार की एक मौका बस एक मौका और देदूँ। पर फिर वही कहानी , फिर वही झूट और सालो की दोस्ती एक पल मे चूर चूर। जिनको सबसे करीब रखा था, जिनके लिए आत्मसम्मान तक से समझौता किया था। खेलकर मेरी ही भावनाऔ के साथ उन्होने हमे ही अलग कर रखा था अब दिल को भी समझा लिया है हमने उम्मीदों के बोझ से खुद को निकाल दिया है हमने। एहसास उन्हे भी होगा कमी उन्हे भी खलेगी एक दिन। शायद कभी तो समझेंगे वो कि दर्द हमें भी हुआँ था, तकलीफ हमने भी सही थी, भरोसा हमने भी किया था, और दिल हमारा मी टूटा था। :) ummeed🌙 #poet#poetry#begginer#like #thoughts #feel #writer #support#share#spreadlove🌙🌸