हम तुमसे मेरे लवज़ मेरे होठों तक ही रह जाते हैं उनकि यादों में दिन तो कैसे भी बीत जाता है लेकिन रातें नहीं बिता पाते हैं वो तुमको रोज़ रोज़ सताना भी अब हम कहां कर पाते हैं अब हम अपना हाल-ऐ-दिल भी कहां सुना पाते हैं तुम से बिछड़ कर अब हम खुश कहां यह पाते हैं...2 लाख सोच कर जाते हैं, लेकिन सब कुछ कहाँ कह पाते हैं। #सबकहाँकहपातेहैं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi