गुरु वही है जो ज्ञान का असीमित आकाश गुरु है, रोशन कर दे जीवन ,वो प्रकाश गुरु है।। जो स्वयं पर भी न हो वो विश्वास गुरु है, जीवन ही हर निराशा की आस गुरु है।। एकांकी हो मन कभी जो दुर्गम पथ पर, परायों में अपनत्व का एहसास गुरु है।। पराजय के उपरांत जब वीभक्त हृदय हो , ऐसी हर एक निराशा का सर्वनाश गुरु है।। बिना मार्ग दर्शन के संभाव्य नहीं गंतव्य कभी, हर शिष्य की सफलता का सारांश गुरु है।। निरंतर प्रज्वलित है जो ज्योति उपदेश की, प्रकाशमय पथ करने को निरावकाश गुरु है।। साधारण पाषाण को छू कर हीरा कर दे जो, असाधारण प्रतिभा का धनी नक्काश गुरु है।। सांसारिकता त्याग जो मार्ग दिखाए मोक्ष का, उस परमपिता परमेश्वर की तलाश गुरु है।। गुरुपर्व #GuruNanakJayanti #Guru #NozotoHindi #Nozotonews #hindikavita #hindiwriting #guruparb #SpecialDays #gurunanak