दान पर भी यंहा शक की निगाहें है। करो नेकी तो दिखावा कहेंगे। विश्वास खुद ना करेंगे कभी, दुसरो का भरोसा जरूर चाहेंगे। हाँ! जीने के अंदाज़ निराले है। मतलबी इस शहर के,मतलबी फीजायें है। रूख भी बदल दे मतलब के लिए, बिना स्वार्थ के तो यंहा रिश्ते भी अधूरे है। ©Asha...#anu #येंजिंदगी #नोजोटोहिंदी #नोजोटोराइटर्स #अनु