कहाणी अस्यो बाग कोई न जिमे भांत-भांत रा फूल अर बेलां सजी होवेै। वा तौ अस्यो बगीचो छै जिमे अेक ई गमला की सौरम पूरी तरां बिखरै । "मुंशी प्रेमचन्द" ©Dilip Singh Harpreet #SaveRajasthani #म्हारो_राजस्थान #WallPot