Nojoto: Largest Storytelling Platform

हाँ मैं पहाड़ी हू, इस सुन्दर धरती का, एक प्यारा सा

हाँ मैं पहाड़ी हू,

इस सुन्दर धरती का,
एक प्यारा सा देश
मेरे देश का ललाट ,
है मेरा पहाड़

इस पहाड़ पर चढ़ उतर,
लोग करते है ,अपनी  गुजर
आपाधापी की दौड़ से विरत
करते ,खुशियों का कीरत

पहाड़ है हमारी प्रेरणा ,
मौसम ,हवा ,बर्फ में ,
शांत अविचल रहने वाले ,
मेरे पहाड़

हम दूर नहीं जा पाएंगे
इनसे ज्यादा .
मुझे पता है अपने आगोश
में ,लेने को हमे ये बेकरार
करते है हमारा इन्तजार

मैं हू पहाड़ी ,हाँ पहाड़ी
यही पहचान है मेरी

©Kamlesh Kandpal
  #pahadi