तू यौवन के सरिता प्रिय। मैं निमज्जन को तैयार बैठा तू प्रसंगोचित युवती प्रिय। मैं प्रसंग को तेरे दरबार बैठा। निमज्जन- गोता लगाकर स्नान करना, प्रसंगोचित-प्रसंग के अनुकूल। प्रसंग- संबंध, लगाव, अनुराग, आसक्ति। #yqdidi #yqhindi #yqbaba #yqlovestory #yqpremika #nirajnandini