कोई कचरे की ढेर से उठा लो मुझे बहुत तकलीफ में हूँ, शायद कुछ चुभ रहा है मेरे नाजुक से बदन को देखो ना शायद मुझे कोई नोच के खा जाना चाहता है कोई तो दया करो मेरे आँशु पर शायद कोई मेरी चीख दबा जाना चाहता है सुनो मेरे माँ,बापू का पता ही कर लो शायद गिर गई होगी हाथो से छूट ढूढते-2 शायद अब वो कहि मुझसे ना जाए रूठ हा-2 शायद मैं माँ को ज्यादा तंग कर रही होगी सुनो ना कोई तो उठा लो मेरी माँ मेरी खातिर कहि मर रही होगी अब मैं थक रही हूँ तो मैं छोड़ दूँगी इस चमन को क्योंकि मुझसे सहा नहीं जाता अब जो चुभ रहा मेरे बदन को #NojotoQuote