एक पत्र छाँह भी जो मिल न सके तुझे कभी तू त्याग नहीं कर्तव्य पथ पुरूषार्थ कर तू अनवरत सख्त होगी ऋतु और सर्द भी मगर चलता रह तू निष्कपट राह में अटकलें होंगी और तूफान भी बढ़ता रह तू निर्बाधित एकांत अंतर्मुख और एकाग्रचित्त! ✨ #pickaline #pickaline32 #pennpopcorn #lifequotes #inspiration #motivation #hindipoetry #hope