मैं कहने ही वाला था, पर वो कह गए | बेटा तुम बच्चे पहले भी थे, आज भी बच्चे रह गए | नमन ऐसे काका - काकी, दादा - दादी, पापा मम्मी को जो मुझमे कमिया निकालते रह गए | हमने सीखा है हुनर कई मुझमे कुछ कमिया गिनाने के बाद | क्या ये अच्छा नहीं है कि मैं छोटा और वो मुझसे बडे ही रह गये | मै कहने ही वाला था, पर वो कह गए | माता सावित्री बाई फुले के जन्मदिवस पर सभी बडे़-बुजुर्ग को नमन | #Adhuri_baat indira