मकर संक्रांति आई खिचारहाई कहीं देश के एक कोने में कहते लोग इसे खिचारहाई, कहीं कहते मकर संक्रांति तो कहीं पतंगबाजी के लिए होती इसमें बेटियों की पहुनाई (मेहमाननवाजी)। अपना देश का पश्चिम का भाग जो हल्दी कुमकुम से सुहागिनों का करता गोदभराई, बच्चे-बूढ़े खुश हो जाते जब बनती घर-घर तिल की मिठाई। कहीं चटकी तिल तो कहीं गुड़ और मुरमुरे की जम गई ऐसी मिठाई, जिसकी स्वाद की बात तो भैया खाए बिन न कही जाए। #makarsankranti