सत्य की खोज में मन भटक कर थक गया था जब सारे स्वप्न , सारे सत्य उसकी कल्पना सब झूठ निकले अंत में दौलत नहीं इक राम ही बस सत्य निकले ©SHIVAM TOMAR "सागर" #ramsita Dhyaan mira