फूलों सी खिल रही यह जिंदगी एक☝ दिन मुरझा जाती है... मिट्टी की काया, मिट्टी हो जाती है फिर कौन सी जात और धर्म का अहसास कराती है ©kajal gurbani #Hindi #Quotes #kajalgurbani #lotus