इश्क में उम्मीद-ए-वफा की रखते है बन्द होने तक आंखे मेरी साथ तेरा मांगते है जो समुंदर सी गहरी खुशी रखे उस में मुझे डुबो के रखे ऐसा ही एक पियारा सा रिश्ता मांगते है guri उम्मीद adv.gurmej mahla संदीप सिंह राजावत