Alone ऐ पलक तू बन्द हो जा, कम से कम उनकी सूरत तो नजर आयेगी, दिन तो ऐसे ही निकल जाता है, कम से कम रात तो सुकून से गुज़र जायेगी। ©lankesh.s #Khvab