किसी सेहरा में महकता हुआ गुलिस्तां न हो जाऊं सादगी, साफगोई,सबर और ज़र्फ ये चार ऐब हैं मुझ मे अब,हर ऐब सुधार लू तो फरिश्ता न हो जाऊं #पगली लड़की की क़लम से #मैं फरिश्ता तो नही बन सकती मेरी जान #चार ऐब तो मुझ में भी हैं #mypenknowsmesoreallywell #theonlysinIcommittedsofaristobeselfless #yes,idontfitintodayssocalledmodernworld... ©ashita pandey बेबाक़ #Sad_Status