White चांद की गहरी चमक से हुस्न का दीदार कुछ ऐसे हुआ ना दिखा जुल्फों की काली छांव में वो चांदनी भी छिप गई । प्यार की पहली नजर से इश्क में दरकार कुछ ऐसे हुआ गुल खिला पतझड़ में भी सावन घटा बिना बारिश झड़ गई । इश्क की दुनिया में क्यूं भाव का व्यापार कुछ ऐसे हुआ ना मिला वो खरा सोना वक्त जाते ही वो चीज बिक गई । ©Ajay Tanwar Mehrana #Moon चांद की चमक poetry on love