जो खाता नही खुद सब को खिलाता है पानी खुद नही पिता सब को पिलाता है इस जहान का मालीक खुद नही सोता मगर सब को सुलाता है 70 माओ से जेआदा मुहबत करने वाला मालीक मालीक