बादलों के पार कोई रहता तो होगा कैसा होगा मंजर? कोई कहता तो होगा ।। केहर सिंह राजौरिया "करण" सलूणी चम्बा हिमाचल प्रदेश प्रकाशित कसक बाकी है। बादलों के पार केहर सिंह राजौरिया "करण"