अरे दिल-ए-नादान, ये कैसी गुस्ताखी करने जा रहे थे तुम... जिसकी औकत नहीं तुझे छूने की भी, उसे खुद में पनाह देने चले थे तुम!!! #yqbaba #yqdidi #दिल_ए_नादान #गुस्ताखी #galti #forgetpast #औकात #पनाह