कम से कम तुम तो समझते मेरे प्यार को थोप दिया मुझपर सरेबज़ार इल्ज़ामों को कह दिया निभाना नही रिश्ता तो तोड़ दो हाँ हो जाओ मुझसे अलग मुझे छोड़ दो मुझसे तुम अपना रुख हमेशा के लिए मोड़ लो और मुझे अकेले ही चुपचाप सब सहने बस दो क्या इस दिन के लिए तुमने मुझसे कहा प्यार करो फिर किस लिए कहा हमेशा मुझपर भरोसा रखो। शेष कविता अनुशीर्षक में पढ़े तुम तो समझते... कम से कम तुम तो समझते मेरे प्यार को थोप दिया मुझपर सरेबज़ार इल्ज़ामों को कह दिया निभाना नही रिश्ता तो तोड़ दो हाँ हो जाओ मुझसे अलग मुझे छोड़ दो