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"शाम ढल आयी पर ये इश्क़ न ढला, वो मेरे हक़ में था पर

"शाम ढल आयी पर ये इश्क़ न ढला,
वो मेरे हक़ में था पर संग न चला,
देखता रहा दूर से टकटकी लगाये,
मेरी ओर फिर वो एक कदम न चला.
शायद मान ली होगी उसने भी हार,
न कर पाएंगे सपने हम कभी साकार,
यही सोच के मुंह वो मुझसे मोड़ चला,
वो मेरे हक़ में था पर मेरे संग न चला.
कोई शिकायत नहीं उस से अब मुझे,
वक़्त मेरा खराब था जो मेरा न चला.
इश्क़ मोहब्बत प्यार वफ़ा कुछ भी नहीं,
बीता इतिहास था जो अब मिट चला..
शाम ढल आयी पर ये इश्क़ न ढला,
वो मेरे हक़ में था पर मेरे संग न चला..!!" #NojotoQuote "गुज़रती शाम को देखते हैं अब तन्हा हुए,
काश कोई हो जो हाथ थामे उस वक़्त मेरा..!!"

#Naval_Poetry
#Memories
"शाम ढल आयी पर ये इश्क़ न ढला,
वो मेरे हक़ में था पर संग न चला,
देखता रहा दूर से टकटकी लगाये,
मेरी ओर फिर वो एक कदम न चला.
शायद मान ली होगी उसने भी हार,
न कर पाएंगे सपने हम कभी साकार,
यही सोच के मुंह वो मुझसे मोड़ चला,
वो मेरे हक़ में था पर मेरे संग न चला.
कोई शिकायत नहीं उस से अब मुझे,
वक़्त मेरा खराब था जो मेरा न चला.
इश्क़ मोहब्बत प्यार वफ़ा कुछ भी नहीं,
बीता इतिहास था जो अब मिट चला..
शाम ढल आयी पर ये इश्क़ न ढला,
वो मेरे हक़ में था पर मेरे संग न चला..!!" #NojotoQuote "गुज़रती शाम को देखते हैं अब तन्हा हुए,
काश कोई हो जो हाथ थामे उस वक़्त मेरा..!!"

#Naval_Poetry
#Memories