ज़ख्म गहरा है अभी ..मरहम तो होने दो.. रातें बांकी है अभी ..शबनम तो होने दो.. चले जाएंगे हम तेरी बस्ती से मायूस ही सही .. ज़िंदादिल के दिल को हमेशा के लिए ख़तम तो होने दो ।।।।। ज़िंदादिल की विदाई