अपना कोई रूठ गया, चाहा ज़िसको जान से बढ़कर, देखा सपना टूट गया, हमसे अपना कोई रूठ गया, गलती किसकी किसे है पता, हमसे तो ना हुई कोई खता, दिल फिर भी कैसे टूट गया, हमसे अपना कोई रूठ गया, यादों में अब उनकी रहते हैं, हम ना किसी से कुछ कहते हैं, जाने ये रिश्ता कैसे टूट गया, हमसे अपना कोई रूठ गया, अब जाने आगे क्या होगा, लगता किस्सा अब खत्म हुआ, था साथी अपना छूट गया, हमसे अपना कोई रूठ गया........ ©Deepak Chaurasia #अपना कोई रूठ गया, चाहा ज़िसको जान से बढ़कर, देखा सपना टूट गया, हमसे अपना कोई रूठ गया, गलती किसकी किसे है पता, हमसे तो ना हुई कोई खता, दिल फिर भी कैसे टूट गया, हमसे अपना कोई रूठ गया,