उलझा सा हूं मैं सुलझा दे ज़रा । प्यार अपना मुझ पर भी बरसा दे ज़रा ।। बहुत है मोहब्बत तेरे लिए इस दिल में । अपने दिल में भी मोहब्बत जगा ले ज़रा ।। तेरे बारे में सोच सोच कर मुस्कुराता हूं मैं । मेरे बारे भी सोच कर एक बार मुस्कुरा दे ज़रा ।। एक अजीब सी जन्नत देखी तेरी आंखों में । मेरी तरफ भी पलके झुका दे ज़रा ।। ढूंढता हूं तुझे जाने कहां-कहां मैं । मेरे भी दिल को अपना पता दे ज़रा ।। तेरा तो पहले पल में हो गया मैं । अपना भी तू मुझको बना ले ज़रा ।। तेरे तो ख्वाब हर रोज देखता हूं मैं । अपने भी ख्वाबों में मुझको जगह दे ज़रा ।। तेरी तरफ अपना दिल कब का बढ़ा चुका मैं । मेरी तरफ भी तू अपना दिल बढ़ा दे ज़रा ।। मैं तो तुझे कब से अपना बनाया बैठा हूं । मुझे भी तो अपना तू बना ले ज़रा ।। नाम तो तेरा पता नहीं पर तुझे मोहब्बत कहता हूं । ऐ मेरी मोहब्बत मुझे अपनी मोहब्बत बना ले ज़रा ।। #Nojoto #Nojotoloveqoute #Love #Qoute #Qouteoftheday #Qouteaboutelove #Poem