Nojoto: Largest Storytelling Platform

हैलो देश... मैं बोल रही.... क्या तुम सुन रहे...

हैलो देश... 
मैं बोल रही.... 
क्या तुम सुन रहे... 
सुन रहे कुछ शांत गुमसुम आवाजें... 
जो तुम्हारी फिक्र करती हैं... 
वो संविधान जो आत्मा हैं तुम्हारी... 
उसे ही कैसे छलनी करते है... 
ये सफेदपोश धारी...
क्या तुम भूल गये... 
एकता की शक्ति... 
या चंद लोगों के बिगड़ने से... 
बिखर गये... 
एक एक पन्ने में... 
श्वास तुमनें भरी थी... 
आज ग्लानि में हो क्या... 
कि श्वास के साथ तुमने जान क्यों नहीं फूंकी थी.... 
तुम्हारी दी हुई श्वासों से...
कितने मासूमों की श्वास कम पड़ रही... 
बचा लो एक बार फिर से देश के संविधान भारत को... 
सही को छुपाने के लिए... 
तुम्हारी आंखों पर... 
झूठे विकास की पट्टी पड़ी है

©Di Pi Ka
  #6schedule_sanrakshan
#Sonam_Wangchug
#Stop_illegal_detention
#Leh_ladhaka_Sanrankshan