जुआरी जिसकी प्रशंसा करते हैं, चारण(चाटुकार) जिसकी प्रशंसा का गान करते हैं और वेश्याएं जिसकी बड़ाई किया करती हैं, वह मनुष्य जीता ही मुर्दे के समान है। विदुर नीति अध्याय ६/४५ #विदुरनीति