ना जाने कितने टुटे थे हम, कि खुद को बना ना सके। ना जाने किससे रूठे थे हम, कि उन्हें मना ना सके। इस दिल में किसी कि कमी सी खलती है, न जाने कोन है वो जिसकी मंजिल हमारा दिल हैं। ये खुदा इतना बता, ये खुदा इतना बता, वो कौन है जो तेरी हर नमाज़ मैं मुझे मांगने कि दुआ करती हैं #freindlove